आसमान में चमकती रोशनी से श्रद्धांजलि

13 मार्च 2002

आसमान में चमकती रोशनी से श्रद्धांजलि र्ल्ड ट्रेड सेंटर हादसे में मरने वालों के प्रति श्रद्धांजलि देने का यह अनोखा अंदाज है। आतंकवादी हमलों से गिरे वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दोनों टॉवर्स के नजदीक की बैटरी पार्क सिटी में 88 ताकतवर सर्चलाइटें लगाई गई हैं।

इन लाइटों की रोशनी आसमान में ऊपर तक जाती है, मानों मृतकों को आसमान में खोज रही हों। हादसे के छः माह पूरे होने पर 11 मार्च की शाम 7 बजे जब आसमान पर धुंधलका छाया था, यह तेज नीली रोशनी जल उठी। यह रोशनी रोजाना 13 अप्रैल तक की जाएगी। मृतकों के प्रति श्रद्धाभाव व्यक्त करने का यह अनोखा तरीका है।

इन लाइटों की रोशनी आसमान में ऊपर तक जाती है, मानों मृतकों को आसमान में खोज रही हों

न्यूयॉर्क की म्युनिसिपल आर्ट सोसाइटी की प्रोजेक्ट आर्गनाइजर सुश्री सासकाय लेवी का कहना है कि यह तेज लाइट दरअसल श्रद्धांजलि के लिए मोमबत्ती का अहसास कराती है। उन्होंने बताया कि इस विचार को मूर्तरूप देना आसान नहीं था। पर इसे करने का फैसला किया गया। इसमें करीब 48 लोगों ने कड़ी मेहनत की, तब जाकर आज यह तेज रोशनी दिखाई दे रही है। इसे कई मील दूर से देखा जा सकता है। ये सभी 88 सर्चलाइटें 50 वर्गफुट के दायरे में लगाई गई हैं। इस पूरी योजना पर खर्च आया है करीब 5 लाख डॉलर।

लाइट के जरिए श्रद्धांजलि देने का आइडिया सबसे पहले (19 सितंबर को) आर्कीटेक्चरल कम्प्यूटर मॉडलिंग के प्राउन स्पेस स्टूडियो के विशेषज्ञों को आया था। उन्होंने इस विचार को म्युनिसिपल आर्ट सोसायटी को बताया और न्यूयॉर्क के तत्कालीन मेयर श्री रुडोल्फ गुलियानी को भी पत्र लिखा। धीरे-धीरे इसमें लोगों के सुझाव जुड़ते गए और आज आसमान में यह रोशनी चमक रही है।

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