अमेरिकी वित्त व्यवस्था के ट्वि’न टॉवर्स गिरे
अमेरिकी वित्त व्यवस्था की दु:खद घटनाओं में से एक न्यूयॉर्क में ट्विन टॉवर्स गिराए जाने की सातवीं बरसी के कुछेक दिन बाद हुई। तेजी से बदलते घटनाक्रम में मात्र 24 घंटों के दौरान 150 वर्ष पुरानी वित्तीय संस्थाएँ, जो कि अपने आकार में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से कम नहीं थीं, लेहमैन ब्रदर्स और मेरिल लिंच सोमवार को इतिहास का एक हिस्सा बन गईं।
अमेरिकी वित्त व्यवस्था में लगातार गिरावट के चलते लेहमैन ब्रदर्स के शेयरों का मूल्य अंतिम सप्ताह में 3.50 डॉलर तक नीचे आ गया था जो कि एक वर्ष पहले के मूल्य की तुलना में 95 फीसदी नीचे था। इस निवेश बैंक को वित्तीय मदद की जरूरत थी और इसके लिए न्यूयॉर्क फेड ने सभी वैश्विक वित्तीय संस्थाओं- सिटी, जेपी मॉर्गन, गोल्डमैन, मेरिल, बैंक ऑफ अमेरिका और अन्य की आपात बैठक भी बुलाई थी। बैठक में अमेरिकी वित्तमंत्री हैंक पॉल्सन भी शामिल हुए थे। बैठक का उद्देश्य था कि किसी तरह लेहमैन ब्रदर्स को सुरक्षित बनाए रखा जाए, क्योंकि ऐसा नहीं होने पर अन्य वित्तीय संस्थाओं पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता था। इससे पहले अमेरिकी सरकार ने बीयर स्टर्न्स को खरीदने में जेपी मॉर्गन की मदद की थी। पिछले माह फैनी मे और फ्रैडी मैक को सरकार से सहारा मिला था, लेकिन इस बार सरकार लेहमैन को बचाने के लिए आगे नहीं आई।
लेहमैन ब्रदर्स को लेने के लिए बैंक ऑफ अमेरिका और बार्कलेज बैंक ने दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन अमेरिकी सरकार द्वारा कोई सहयोग या सहारा न देने की सूरत में वे मैदान छोड़ गए। तभी स्पष्ट हो गया कि सोमवार से लेहमैन ब्रदर्स को दिवालिया घोषित किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मात्र एक सप्ताह के भीतर अरबों डॉलर के शेयरों का मूल्य शू्न्य हो गया।
मेरिल बिकी : बैंक ऑफ अमेरिका ने लेहमैन को खरीदने में दिलचस्पी तो दिखाई, लेकिन इसने मेरिल लिंच को 29 डॉलर प्रति शेयर की दर पर खरीद लिया। कंपनी ने इसकी खरीदी के लिए 50 बिलियन डॉलर की राशि चुकाई। मेरिल के शेयर भी लगातार नीचे गिरते जा रहे थे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मेरिल के सीईओ जॉन थाइन ने खुद बैंक ऑफ अमेरिका के सीईओ से मिलकर 48 घंटों में सौदा पक्का कर लिया।
एआईजी और अन्य की हालत खस्ता : इंश्योरेंस क्षेत्र की महाकाय कंपनी एआईजी पर भी ऐसा ही दबाव है और यह अपनी कैश पोजीशन को बनाए रखने के लिए अपनी कई परिसंपत्तियाँ बेच सकती है। वॉशिंगटन म्यूचुअल का भी यही हाल है। लेहमैन ब्रदर्स में 25 हजार से अधिक कर्मचारी काम करते हैं, जबकि मेरिल लिंच के कर्मचारियों की संख्या 60 हजार है। एआईजी और अन्य वित्तीय संस्थाओं में भी करीब इतने ही कर्मचारी काम करते हैं। न्यूयॉर्क क्षेत्र में हजारों की संख्या में ऊँची तनख्वाह वाले पद खत्म हो जाएँगे।
इससे पहले लेहमैन ब्रदर्स ने खुद को दिवालिया घोषित करने का एक आवेदन न्यूयॉर्क में दाखिल कर दिया। एक अनुमान के मुताबिक उन पर 613 बिलियन यूएस डॉलर की उधारी है। उन्होंने अपने नाम पर टोक्यो, हांगकांग, न्यूयॉर्क, सिंगापुर, ताईपे और कई अन्य बैंकों से लाखों डॉलर का ऋण ले रखा है। गौरतलब है कि दिवालिएपन के अमेरिकी इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा मामला है। इसकी भरपाई वॉल स्ट्रीट फर्म द्वारा की जाएगी, जो अमेरिकी सरकार को इस पूरे मामले में विश्वास दिलाने में नाकाम रही। लेहमैन ब्रदर्स द्वारा दिवालिया घोषित किए जाने की याचिका के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 639 मिलियन डॉलर है।
अदालती टिप्पणी के मुताबिक सिटी बैंक और बैंक ऑफ न्यूयॉर्क इतनी बड़ी रकम के लिए लेहमैन ब्रदर्स को पहले ही असुरक्षित निवेशकों की सूची में डाल चुके हैं। टोक्यो का अजोरा बैंक 463 मिलियन डॉलर लोन के साथ ऋण प्रदाताओं में सबसे ऊपर है। मिजुहो कॉरपोरेट बैंक (289 मिलियन डॉलर) इस मामले में दूसरे स्थान पर है। जानकारी के मुताबिक लेहमैन ब्रदर्स सिटी बैंक से 275 मिलियन डॉलर, बीएनपी परिबास से 250 मिलियन डॉलर, जापान की शिंसेई बैंक लिमिटेड से 231 मिलियन डॉलर, जापान की ही यूएफजे बैंक से 185 मिलियन डॉलर और सुमितोमो मिश्तुबिशी बैंकिंक कॉरपोरेशन से 177 मिलियन डॉलर का ऋण अप्रतिभूति उधारी के तहत ले चुके हैं।
मिजुहो कॉरपोरेट बैंक, शिंकिन सेंट्रल बैंक, चुओ मिट्स्यूई ट्रस्ट और बैंकिंग समेत जापान के सभी बैंकिंग प्रतिष्ठान, नोवा स्कोशिया की सिंगापुर शाखा, न्यूयॉर्क की लॉयड बैंक, ताईपे और चीन की हुआ नेन व्यावसायिक बैंक और इसकी न्यूयॉर्क शाखा, ये सभी अप्रतिभूति ऋण अदायगी के रूप में लेहमैन ब्रदर्स को 50 मिलियन डॉलर से ज्यादा की राशि दे चुके हैं। सोमवार सुबह जब मैं ट्रेन में मैनहट्टन से न्यूजर्सी आ रहे कुछ लोगों से मिला, उनमें से एक यात्री वॉल स्ट्रीट जर्नल पढ़ रहा था, जिसका शीर्षक था- ‘लुक लाइक 9/11‘। मैंने दुःखद भाव के साथ कहा-बहुत बुरा हुआ। एक अन्य यात्री जो लेहमैन ब्रदर्स के न्यूबर्गर डिवीजन में कार्यरत थे, ने बताया उनका डिवीजन बहुत अच्छी तरह काम कर रहा था। वे जल्द ही इस सिलसिले में सुबह बैठक करने की योजना बना रहे थे, मगर सब कुछ बिखर गया। उन्होंने इसे 9/11 हादसे से भी ज्यादा भयानक करार दिया।