गौरवपूर्ण आयोजन – शुभ स्वागतम्‌

7 अक्टूबर 1989

आखिर रिलायंस को यह धनराशि वापस कैसे प्राप्त होगी मुख्यतः स्त्रोतों से। पहला, कंपनी ने रिलायंस कप के अधिकृत सप्लायर का लेबल 50 लाख रुपए में बैंक ऑफ बड़ौदा, आईटीसी (अधिकृत सिगरेट सप्लायर) व एमआरएफ (अधिकृत टायर सप्लायर) को दिया है। इन तीनों कंपनियों को भारत के सभी 14 केंद्रों में 100 फुट के विज्ञापन बोर्ड भी दिए गए हैं। दूसरा, रिलायंस कंपनी ने भारत के सभी केंद्रों में 40 फुट के विज्ञापन बोर्ड 21.25 लाख रुपयों में विक्रय किए। ये बहुत ही जल्दी बिक गए, परंतु इसमें छोटे विज्ञापनदाताओं के लिए कोई जगह नहीं रही।

रिलायंस क्रीड़ा प्रतिष्ठान की स्थापना

कोई भी व्यावसायिक प्रतिष्ठान इस पैमाने का आयोजन अपने स्वहित को नजरअंदाज करते हुए नहीं करता है। रिलायंस को अमूल्य विज्ञापन के अलावा भारी मुनाफा भी होने का अनुमान है। परंतु, रिलायंस ने अपनी इस घोषणा से सबका मन जीत लिया है कि विश्व कप और उसके दौरान हुई सारी आय से एक रिलायंस क्रीड़ा प्रतिष्ठान की स्थापना की जाएगी जिससे न सिर्फ क्रिकेट, बल्कि सभी खेलों के उदीयमान खिलाड़ियों के प्रोत्साहन और प्रशिक्षण पर खर्च किया जाएगा।

पिछले वर्ष जब बोर्ड को तैयारियों के लिए आर्थिक स्त्रोतों की तीव्र आवश्यकता थी, रिलायंस ने उसी समय उनकी जरूरत को पूरा कर दिया था

यह तो था सिर्फ आयोजन का ब्यौरा जो कि विश्व कप को रिलायंस विश्व कप और रिलायंस कप बनाने में कारगर रहा। परंतु, रिलायंस कप को महज एक सपने से साकार करने और मैच से मैदान तक ले जाने का दायित्व बखूबी निभाया आईपीजेएमसी ने अर्थात भारत-पाक संयुक्त आयोजन समिति यानी रिलायंस कप की कर्ताधर्ता। वृहद क्रीड़ा आयोजन का यह भारत में पहला मौका नहीं है। 1982 के एशियाई खेलों के शानदार आयोजन का गौरव और अनुभव भारत को प्राप्त था। परंतु, एशियाड और रिलायंस कप का आयोजन सामानांतर नहीं है। किंतु, रिलायंस कप कोई आसान आयोजन नहीं है। दो देशों में हजारों मील दूर बसे 21 शहरों में यह आयोजन समन्वित करना आसान तो नहीं था, लेकिन क्रिकेट के प्रति जुझारु और कर्मठ व्यक्तियों ने सब अवरोधों का हल ढूँढ निकाला।

संयुक्त आयोजन समिति को सभी कुछ तो करना था, दोनों देशों में केंद्रों का चयन, मैचों की तारीख का निर्णय, आठ राष्ट्रों के खिलाड़ियों, अधिकारियों, पत्रकारों, अतिथियों और क्रिकेट प्रेमियों के आवागमन तथा रहन-सहन, खान-पान की उत्तम व्यवस्था। 21 केंद्रों में मैदान व स्टेडियम की मरम्मत, रखरखाव और तैयारी। रिलायंस कप के नियमों पर विचार-विमर्श और उनके पालन के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति आदि-आदि। अत्यंत गौरव महसूस होता है कि अल्प समयावधि में सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं। दिन-रात अथक परिश्रम और परामर्श के बाद सपना साकार हुआ है।

एक दिवसीय प्रतियोगिता में नियम टेस्ट क्रिकेट से काफी भिन्न होते हैं, परंतु पिछले तीन विश्व कप प्रतियोगिता की तुलना में नियम काफी परिवर्तित किए गए हैं। मुख्यतः मैच 60 ओवर की बजाय 50 ओवर के निर्धारित किए गए हैं। प्रत्येक मैच के लिए दो दिन निर्धारित किए गए, ताकि अगर पहले दिन किसी कारणवश खेल न हो सके तो मैच रद्द किए जाने के बजाय दूसरे दिन खेला जा सकेगा। क्रिकेट में आज तक आर्थिक पेनॉल्टी के नियम पर कभी विचार नहीं किया गया, शायद यह विचार ही क्रिकेट की मूल भावना से मेल नहीं खाता है। प्रसिद्ध क्रिकेट समीक्षक और चयनकर्ता राजसिंह डुंगरपूर के अनुसार क्रिकेट और पेनॉल्टी का कोई रिश्ता रह ही नहीं सकता।

इसलिए रिलायंस कप में आर्थिक दंड नियम को क्रिकेट के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम ही कहा जा सकता है। निर्धारित ओवर से कम फेंकने पर क्षेत्ररक्षण कर रही टीम पर आर्थिक दंड लगेगा जो कि उनकी पुरस्कार राशि में से कम कर लिया जाएगा। प्रशंसनीय तो यह है कि अगर अम्पायर को ऐसा लगे कि बल्लेबाजों ने भी अत्यधिक समय बर्बाद किया है तो यह दंड उन पर भी लागू होगा। समय की मनचाही बर्बादी को रोकने के लिए यह कानून कितना कारगर सिद्ध होगा- समय ही बताएगा।

मुख्य ध्यानाकर्षण…

लगभग 20 करोड़ रुपए के इस आयोजन को जनता तक पहुंचाने की अहम जिम्मेदारी निभानी है दूरदर्शन को। प्रसारण का अंतरराष्ट्रीय स्तर सुधारने के लिए दूरदर्शन ने लगभग 30 करोड़ रुपए के यंत्र और अन्य सामान आयात किया है। पूरे आयोजन में चरमोत्कर्ष और मुख्य ध्यानाकर्षण की तारीख है 8 नवंबर। स्थान ईडन गार्डन कोलकाता। ईडन गार्डन का तो कायाकल्प ही हो गया है। दर्शक दीर्घा में लगभग 1200 की वृद्धि, नए पत्रकार बॉक्स, सभी गैलरियों पर कवर, इलेक्ट्रॉनिक स्कोर बोर्ड, ईडन गार्डन इन सबसे सुसज्जित है। इसके अलावा कई वातानुकूलित बॉक्स बनाए गए हैं जो कि अगले पांच वर्षों तक के लिए 5 लाख रुपए की राशि को लेकर आरक्षित किए गए हैं। आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण एक बॉक्स में 16 व्यक्तियों के बैठने की व्यवस्था है। फाइनल के बाद करीब 1 घंटे की मनोरम आतिशबाजी का भी कार्यक्रम है। रिलायंस कप विजेता और शेष विश्व एकादश का मैच भी फाइनल के ठीक बाद कोलकाता में ही रखा गया है।

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