लागा चुनरी में दाग

15 फ़रवरी 1999

लागा चुनरी में दागक ओर जहां बिल क्लिंटन जैसा लोकप्रिय नेता और प्रभावी राष्ट्रपति अमेरिका में दशकों बाद आया था, लेकिन वहीं क्लिंटन के रूमानी अंदाज ने उनका नाम कई महिलाओं के साथ जोड़ दिया है। जब-जब क्लिंटन का नाम लिया जाएगा, ये नाम भी साथ में जुड़े रहेंगे। आज विश्व के सर्वाधिक शक्तिशाली देश के राष्ट्राध्यक्ष होने के बावजूद बिल क्लिंटन की गरिमा का दामन उनके चरित्र के धब्बों से मलिन है। और ऐसा भी नहीं है कि क्लिंटन पर ये ‘आरोप‘ उनके राष्ट्रपति बनने के बाद से शुरू हुए। क्लिंटन तो अपने अरकंसास में गवर्नर के चुनाव वाले समय से ही ‘छेड़छाड़‘ की चर्चा में बने रहे हैं।

कुछ लोग कहते हैं कि क्या ये पश्चिमी सभ्यता में आम बात नहीं है? और फिर क्या ये सब बिल-हिलेरी का निजी मामला नहीं है? सार्वजनिक पद पर आसीन व्यक्तियों से अनुकरणीय आचार की आशा तो हर समाज करता है। पश्चिम में बात ढंकी रहने तक लोग इस ओर ध्यान नहीं देते, लेकिन कैनेडी-मर्लिन मोनरो की तरह क्लिंटन के ‘किस्से‘ सिर्फ खुसर-पुसर न रहकर कई बार क्लिंटन को विवादों और आरोपों के कठघरे में खड़ा कर देते हैं। लेकिन मजे की बात तो यह है कि सब कुछ जगजाहिर होने के बावजूद क्लिंटन आज भी अपने पद पर आसीन हैं। ये कमाल है, उनकी व्यक्तित्व वाचालता का, अमेरिका की जोरदार वित्तीय स्थिति का, जिसके रहते कोई राष्ट्रपति नहीं बदलना चाहता, फिर भले ही राष्ट्रपति ने कितना ही संगीन अपराध क्यों न किया हो! और अमेरिका में क्लिंटन के व्यक्तिगत जीवन की गतिविधियों से ज्यादा शोर सार्वजनिक तौर पर क्लिंटन के झूठ बोलने और जनता को गुमराह करने का है।

जैनिफर फ्लाअरस

लिटिल रॉक, अरकंसास में एक बैंड ऑर्केस्ट्रा की सदस्य कॉनी हामज़े ने पहली बार बिल पर आरोप लगाया था कि नवंबर 1991 में अरकंसास के गवर्नर बिल क्लिंटन ने उनसे छेड़छाड़ की थी। ये मामला तो रफा-दफा हो गया था, पर इसके ठीक बाद ‘स्टॉर‘ अखबार ने 16 जनवरी, 1992 को ये खबर प्रकाशित की- अरकंसास की पांच महिलाओं ने बिल क्लिंटन पर ‘संबंधों‘ का आरोप लगाया, जिसमें से एक जैनिफर फ्लाअरस भी थी। जैनिफर ने क्लिंटन के साथ एक रात बिताने का रहस्योद्‌घाटन किया था। मामला काफी समय तक गरम रहा, पर निष्कर्ष कुछ नहीं निकला। हां, आने वाले हर किस्से में पुराने किस्सों का जिक्र जुड़ता रहा।

पोला जोन्स

8 मई, 1991 में लिटिल रॉक, अरकंसास के होटल एक्सेलसियर की लॉबी में पोला जोन्स किसी सम्मेलन के सदस्यों को ‘नेम-टेग‘ बांट रही थीं। वहां गवर्नर बिल क्लिंटन ने उन्हें देखा और एक सुरक्षा कर्मचारी को पोला को अपने कमरे में बुलाने को कहा। कमरे में बिल ने पोला को तथाकथित तौर पर ‘ओरल सेक्स‘ के लिए अश्लील आमंत्रण दिया। ये ही मानहानि का आरोप लगाया पोला जोन्स ने जिसे कि कोर्ट ने तो उनके खिलाफ फैसला सुनाकर उनकी याचिका खारिज कर दी पर बिल क्लिंटन ने बगैर अपनी कोई गलती स्वीकारे या मांफी मांगे – 8,50,000 डॉलर में पोला जोन्स से मामला ‘सेटल’ कर लिया। पोला ने अपनी शिकायत वापस ले ली और बिल ने उन्हें ‘आय एम सॉरी’ नहीं कहा।

क्लिंटन के विवादित चरित्र में कैथलीन विली की कहानी की भी अहम भूमिका है

कैथलीन विली

क्लिंटन के विवादित चरित्र में कैथलीन विली की कहानी की भी अहम भूमिका है। 51 वर्षीय विली व्हाइट हाउस की पूर्व स्वैच्छिक कर्मचारी का नाम उस समय सुर्खियों में आया जब पोला जोन्स ने क्लिंटन पर अपने आरोपों को मजबूत करने के लिए कहा था कि उसने विली को एक दिन ओवल ऑफिस (अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यालय) से अत्यधिक खुशी की मुद्रा में बाहर आते हुए देखा था। पोला जोन्स मामले में अपनी 29 नवंबर, 1993 को अपनी गवाही देते हुए विली ने कहा कि जब वह राष्ट्रपति के ऑफिस में व्हाइट हाउस में वैतनिक नौकरी मांगने गई तो उसे राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने अचानक अपनी बांहों में भर लिया तथा उसका चुम्बन ले लिया। इसके बाद वे उसके हाथों को अपने गुप्तांगों पर ले गए।

बाद में विली ने ग्रांड जूरी के समक्ष भी अपने बयान दर्ज कराए। मार्च 15 को विली ने एक टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार के दौरान राष्ट्रपति क्लिंटन के ऊपर लगाए गए आरोपों को सार्वजनिक किया। क्लिंटन ने विली के आरोपों को कभी स्वीकार नहीं किया। व्हाइट हाउस ने तमाम दस्तावेज भी पेश किए जिसमें विली के आरोपों को झूठा तथा मनगढ़ंत सिद्ध करने के लिए प्रयास किए गए।

मोनिका लेविंस्की

लेकिन ये सब मामले ‘मोनिका गेट‘ के सामने फीके पड़ गए, जिसने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया। अमेरिकी प्रशासन और राष्ट्र के गौरव व्हाइट हाउस की शान मिट्टी में मिल गई और बिल क्लिंटन इतिहास में दूसरे ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति हुए, जिन पर महाभियोग प्रस्ताव लाया गया। मोनिका एक चुलबुली सहायक के रूप में व्हाइट हाउस में दाखिल हुई, धीरे-धीरे वो और बिल एक-दूसरे के काफी करीब आ गए और महीनों तक इन संबंधों में ‘शारीरिक‘ तत्व भी शामिल रहे। पर ये दोनों की पूर्ण इच्छा और सहमति से हुआ। मोनिका को आज भी इसका कोई दुःख या अफसोस नहीं है, पर मामलों में ललिता पवार या शशिकला का किरदार निभाया ‘लिंडा ट्रिप‘ ने, जिसने मोनिका को ‘इमोशनल सिम्पेथी‘ देने के बहाने उससे सारे तथ्य उगलवाकर टेप कर लिए और फिर क्लिंटन के पीछे हाथ धोकर पड़ गए कैनेथ स्टार।

स्वतंत्र वकील कैनेथ स्टार, जिन्होंने मामले को पुरजोर उछाला, ने राष्ट्रपति क्लिंटन की 4 घंटे लंबी चली सुनवाई में हर तरह के सवाल पूछकर धज्जियां उड़ा दीं और उनके ‘ब्रह्मास्त्र‘ के रूप में काम आई मोनिका की एक पोशाक जिस पर क्लिंटन के वीर्य के निशान पाए गए जो कि डीएनए परीक्षण में साबित हो गए। इसके पहले तक क्लिंटन हमेशा कहते रहे कि उनका मोनिका से कोई ‘शारीरिक संबंधों‘ का नाता नहीं है, परन्तु इसके बाद बारंबार अपने परिवार, प्रशासन और देश से माफी मांगने के सिवा क्लिंटन के पास कोई चारा नहीं था। क्लिंटन की पत्नी और पुत्री पर इन सबका कितना दुष्कर प्रभाव पड़ा है, इसका तो आकलन करना भी मुश्किल है और एक अत्यंत प्रखर प्रतिभाशाली नेता के अविस्मरणीय कार्यकाल में एक और ‘अविस्मरणीय‘ अंश सदा के लिए जुड़ गया है। जब-जब क्लिंटन को इतिहास याद करेगा, मोनिका का साया उसके साथ हमेशा रहेगा।

मोनिका-क्लिंटन प्रेम प्रसंग : कुछ खास पहलू

व्हाइट हाउस में अवैतनिक प्रशिक्षु मोनिका लेविंस्की तथा अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का प्रेम संबंध करीब दो वर्षों से अधिक चला। अभी तक इस मामले में जो तथ्य सामने आए हैं, उनसे स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि मोनिका लेविंस्की तथा राष्ट्रपति बिल क्लिंटन दोनों की बराबरी से एक-दूसरे में रुचि थी।

मीडिया ने भले ही ओवल ऑफिस को सिर पर उठा लिया हो, लेकिन आज तक दोनों ने कभी एक-दूसरे के खिलाफ सीधे-सीधे आरोप नहीं लगाए। स्वतंत्र वकील कैनेथ स्टार, राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के पीछे उस समय से पड़े थे जब क्लिंटन अरकंसास के गवर्नर हुआ करते थे। स्टार की लिंडा ट्रिप से मुलाकात और उनके जरिये मोनिका के टेप हाथ लगने के बाद स्टार को क्लिंटन पर महाभियोग लगाकर ओवल ऑफिस से उनका शर्मनाक निष्कासन करने का जुनून सवार हुआ। आखिरी में वे इसे अंजाम देने में असफल रहे। रिपब्लिकन पार्टी द्वारा क्लिंटन पर महाभियोग लगाए जाने का समर्थन करने का आधार मोनिका लेविंस्की के साथ क्लिंटन के आपत्ति जनक संबंध नहीं, बल्कि विश्व के सबसे शक्तिशाली और संपन्न देश के राष्ट्रपति द्वारा शपथ लेकर कोर्ट के समक्ष झूठ बोला जाना था। इस सारे मामले की आखिरी परिणति में ओवल ऑफिस की गरिमा को धक्का लगा और इतिहास में यह ऑफिस एक समय राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और मोनिका लेविंस्की की रंगरेलियों के मंच के रूप में भी जाना जाएगा। हिलेरी क्लिंटन को इस सारे मामले की औपचारिक जानकारी राष्ट्रपति क्लिंटन के ग्रांड जूरी के समक्ष गवाही के मात्र छह घंटे पूर्व ही दी गई। सारे मामले का सबसे अहम पहलू तो यह है कि यदि लिंडा ट्रिप इस मामले को उजागर न करती तो शायद ओवल ऑफिस में यह सारा काम आगे आने वाले समय में भी जारी रहता। दोनों ने एक दूसरे से सॉरी बोलकर ही मामला रफा-दफा कर लिया है।

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