ओलंपिक 2012 – मेजबानी के लिये न्यूयॉर्क की प्रबल दावेदारी
जहाँ आप रेल बजट, फिल्मफेयर, ऑस्कर्स और आम बजट के बीच शामें गुजार रहे हैं, न्यूयॉर्क में कई लोग दिल थामकर बैठे हैं जुलाई के इंतजार में। 2000 सिडनी, 2004 एथेंस, 2008 बीजिंग और 2012 – ? ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की 2012 में मसाल के पड़ाव के लिए फैसला अंतिम पांच शहरों में सिमट गया है; लंदन, मैड्रिड, न्यूयॉर्क, पेरिस और मॉस्को। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने 13 सदस्य ‘जांच दल‘ का गठन किया है, जो इन शहरों, उनकी व्यवस्था और ओलंपिक खेलों की मेजबानी की तैयारी और प्रतिबद्धता का आकलन कर रहा है। इस दल के सदस्यों ने लंदन और मैड्रिड के बाद बीता सप्ताह न्यूयॉर्क शहर में बिताया।
2012 में न्यूयॉर्क शहर में ओलंपिक्स आयोजित करने के सपने के मुख्य प्रणेता रहे हैं एक भूतपूर्व बैंकर, ब्लूमबर्ग प्रशासन में खास डैनियल डॉक्टर ऑफ. डैनियल ने अपने खुद की जेब से लगभग कोई 16 करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं। इस सपने को साकार रूप देने के लिए कि न्यूयॉर्क शहर ओलंपिक्स के लिए ना सिर्फ सही, अपितु लायक जगह है क्योंकि सारी दुनिया का प्रतिबिंब है।
ब्लूमबर्ग प्रशासन ने भी ‘एनवाय 2012‘ मुहिम को अपना पूरा समर्थन दिया है। पिछले सप्ताह जांच दल के लोगों को न्यूयॉर्क की कला, संस्कृति व्यवस्थाएं, योजनाएं और जनजीवन को करीब से देखने का मौका मिला। राष्ट्रपति बुश ने उनके स्वागत में एक संदेश भेजा और न्यूयॉर्क की मेजबानी को उनकी सरकार का पूरा समर्थन व्यक्त किया। शहर के मुख्य आकर्षण केंद्रों पर आम जनता ने भी इसके पक्ष में अपनी स्वीकृति जाहिर की।
न्यूयॉर्क की आयोजन समिति ने 2012 में ओलंपिक्स की मेजबानी के लिए प्रारूप तो पूरा तैयार किया है, जिसमें मैनहट्टन, क्वीन्स, ब्रोंक्स, ब्रूकलिन और स्टेटन आयलंड में ओलंपिक्स की मुख्य प्रतियोगिताएं होंगी। ओलंपिक खेलगांव की कल्पना के सामने ईस्ट नदी के तट पार क्वींस में की गई है। 4400 फिट्स में कोई 16000 खिलाड़ी और कोच रहेंगे, जो कि बाद में 18000 रहवासी या इनके काम आ सकेगी। मैनहट्टन के पश्चिमी भाग में एक नई विशाल स्टेडियम की भी कल्पना है, जो कि काफी विवादास्पद है।
न्यूयॉर्क के अलावा बाकी चारों दावेदार शहर उन देशों की राजधानियां भी हैं। वैसे तो फैसला आईओसी के 117 के सदस्यों के हाथ में है, जो इस वर्ष 4-5 को सिंगापुर में होने वाली अपनी आम बैठक में 2012 के ओलंपिक्स पर फैसला करेंगे। जांच दल के सदस्यों को तो न्यूयॉर्कवासियों ने पलक पावड़े बिछाकर उनकी जोरदार खातिरदारी करी और वह बहुत खुश भी हुए; लेकिन सिर्फ यह ‘फील-गुड‘ न्यूयॉर्क को जिताने के लिए काफी नहीं है। न्यूयॉर्क जैसे व्यावसायिक शहर के बीच ओलंपिक्स, उससे जुड़े सुरक्षा के सवाल और ओलंपिक्स के चुनाव में राजनीति- यह सभी मिलकर मेजबान का फैसला करेंगी। न्यूयॉर्क ने अपनी चाल तो चल दी, फैसला जुलाई में खुलेगा।