टोरा टोरा टोरा

23 जनवरी 1991

टोरा टोरा टोरा17 जनवरी 1991 को बहुराष्ट्रीय वायुसेना द्वारा इराक पर किया गया हमला पारंपरिक युद्ध के इतिहास में निःसंदेह गहन और पैने आक्रमण के रूप में किया गया अब तक का सबसे विस्तृत आक्रमण था, किन्तु ठीक पचास वर्षों पूर्व द्वितीय विश्वयुद्ध में भी एक ऐसा ही हवाई आक्रमण हुआ था, जो कि युद्ध इतिहास में अविस्मरणीय रहेगा।

1941 के उत्तरार्द्ध में जर्मनी, इटली और जापान का त्रिगुट विश्व में सत्ता के नए केन्द्र के रूप में उभर रहा था। इंग्लैंड और फ्रांस सहित संधि देश युद्ध की लगातार मार से पस्त हो चुके थे, परन्तु एक देश जो कि सभी समीकरण बदलने में सफल हो सकता था, उस समय तक युद्ध से तटस्थ था- अमेरिका।

अति महत्वाकांक्षा और जीत के उन्माद में जापान ने विचार किया कि अगर वह हवाई में पर्ल बंदरगाह पर बेड़ा डाले, प्रशांत महासागर के अमेरिकी समुद्री बेड़े को बंदरगाह पर ही हवाई आक्रमण से ध्वस्त कर दे, तो शायद अमेरिका फिर युद्ध में सक्रिय हो ही नहीं पाएगा। फिल्म में इसी घटनाक्रम को अत्यन्त जीवंत और रोमांचक ढंग से पेश किया गया है। अमेरिका और जापान के थल-जल मुख्यालय, व्हाइट हाउस, जापानी समुद्री जहाज आदि पर तेज रफ्तार से बदलते हुए घटनाक्रम के फिल्मांकन ने इस फिल्म को और गति प्रदान की है।

दो घंटे से भी कम के अंतराल में इन विमानों ने ऐसी तबाही मचाई कि अमेरिकी जलसेना लगभग पंगु हो गई

रविवार 7 दिसंबर 1941 को जब पर्ल बंदरगाह पर छुट्‌टी का सा आलम था और नौसैनिक शनिवार रात्रि की सुरा-सुंदरी की खुमारी से भी नहीं उबर पाए थे, जापान के लगभग 200 लड़ाकू विमान, बमवर्षक और टॉर्पिडो विमानों ने प्रातः 8 बजे पर्ल हार्बर पर हमला बोल दिया। दो घंटे से भी कम के अंतराल में इन विमानों ने ऐसी तबाही मचाई कि अमेरिकी जलसेना लगभग पंगु हो गई। ‘लगभग’ इसलिए कि अमेरिका के अति महत्वपूर्ण वायुयान कैरियर जल पोतों का बेड़ा उस वक्त पर्ल बंदरगाह पर नहीं था, जिसने कि बाद में इस लड़ाई का पूरा बदला लिया। आक्रमण के फलस्वरूप अमेरिका पूरी तरह से विश्व युद्ध में शरीक हो गया, शेष तो अब इतिहास है।

फिल्म में इस एकतरफा हवाई आक्रमण को देखकर अमेरिका द्वारा मौजूदा वक्त में इराक पर किए जा रहे हमलों का एक अंदाजभर लगाया जा सकता है। ‘टोरा-टोरा-टोरा’ में युद्ध दृश्यांकन के अतिरिक्त सेना के विभिन्न अंगों एवं राजनयिकों- सेना के बीच तनाव और उससे उत्पन्न जटिलताओं पर भी बहुत अच्छा प्रकाश डाला गया है। फिल्म यह भी बताती है कि नगण्य-सी भूलें और गैर जिम्मेदाराना कार्य, भयावह आपदाओं के कारण बन जाते हैं। इसकी मिसाल लें। अमेरिका के राडार को जब एक पहाड़ी पर बेहतर कार्य क्षमता के लिए चढ़ाने का आग्रह किया जाता है तो नकारात्मक जवाब मिलता है, क्योंकि ‘वह पहाड़ी वन्य जीव जन्तुओं के लिए सुरक्षित क्षेत्र था।’ इसी राडार के संचालक मुख्यालय को जब हवाई आक्रमण की सूचना देते हैं, तो उन्हें जवाब मिलता है ‘घबराओ मत, शायद तुम दिवास्वप्न देख रहे हो। नतीजतन 7 युद्धपोत, 4 सहयोगी जलयान, 2 विनाशक जलयान, प्रतिरक्षा के लिए तैनात वायु बेड़ा और 2403 अमेरिकियों का अंत हो गया, जिसने द्वितीय विश्व युद्ध को एक नया मोड़ दिया। इसका समापन परमाणु बम के उपयोग के साथ हुआ। ‘टोरा-टोरा-टोरा’ सचमुच एक ऐतिहासिक सुबह की रोंगटे खड़े कर देने वाली यादगार फिल्म है।

फिल्म : टोरा टोरा टोरा (रंगीन)

भाषा : अंग्रेजी एवं जापानी (अंग्रेजी सबटाइटल सहित)

निर्माता : एल्मो विलियम

निर्देशक : रिचर्ड फ्लैथर, रिजो किकुसावा

पार्श्व संगीत : जैरी गोल्डस्मिथ

कलाकार : जोसफ गोटन, जैसन बॉबर्ड, ई. मार्शल

छायांकन : चार्ल्स व्हीलर

स्क्रीनप्ले : लैरी फोरस्टर, हिडिओ ओगिनी

निर्माण संस्था : 20 सैन्चुरी फॉक्स

टिप्पणी करें

CAPTCHA Image
Enable Google Transliteration.(To type in English, press Ctrl+g)