‘ग्राउंड जीरो’ की हैरतअंगेज दास्तान

15 सितम्बर 2001

मलबे की अंत्येष्टि

एक ओर जहां मानव अवशेषों से जुड़े ये नैतिक और भावनात्मक सवाल हैं, वहीं दूसरी ओर इस मलबे में ही दबे हैं सबसे बड़े, सुराग 11 सितंबर के वाकये के। अभी तक प्लेन में सवार एक आतंकवादी का पासपोर्ट तो इस ढेर में से बरामद हुआ है, लेकिन इस पहाड़ में से वे सुराग के तिनके कैसे ढूंढेंगे? उसके जवाब हैं स्टेटन आइलैंड में 3000 एकड़ में फैले फ्रेश किल्स लैंडफिल में, जो दुनिया का सबसे बड़ा गारबेज डम्प (कचराघर) है, जहां रोज मैनहटन का 29000 टन कचरा फेंका जाता है। यहीं पर सेक्टर 1 और 9 में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से निकलने वाले सारे मलबे की बड़े मैदानों में छानबीन की जाएगी। यहां नहीं ले जाएंगे तो सिर्फ मानव अवशेष और स्टील की भारी गर्डर। इसके अलावा 24 घंटे वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की ग्राउंड जीरो से यहां ट्रक आकर मलबा डाल रहे हैं। एफबीआई और पुलिस के करीब 100 आदमी रोजाना इस मलबे की बारीकी से जांच-पड़ताल और ढुंढाई कर रहे हैं, जिससे उन्हें उस दिन के वाकये के कुछ भी सुराग मिल सकें। पूरा वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कुछ माहों में फ्रेश किल्स में इकट्ठा हो जाएगा। वहां काम कर रहे एक जांच अधिकारी ने कहा- लेकिन छोटे-छोटे बारीक टुकड़ों में।

टिप्पणी करें

CAPTCHA Image
Enable Google Transliteration.(To type in English, press Ctrl+g)