क्या आप करोड़पति बनना चाहते हैं?

9 सितम्बर 2000

क्या आप करोड़पति बनना चाहते हैं? कौन बनेगा करोड़पति या फिर ‘डू यू वांट टू बी ए मिलियोनर‘, कुछ साल पहले दुनियाभर के टेलीविजन दर्शक इस शो की गिरफ्त में थे। उसी के बारे में कुछ शब्द…

कैसा अजीब सवाल है, क्या आप करोड़पति बनना चाहते हैं? जरूर…मगर कैसे? मुझे क्या करना होगा, चोरी, डाका या धोखाधड़ी। जी नहीं, वही परियों वाली बातें, चंद सवालों के जवाब दे दीजिए और बन जाएंगे आप करोड़पति! अभी भी समझ नहीं आया न…मैं बताता हूं। ये नाम ही इस वक्त सारे अमेरिका में सभी टीवी कार्यक्रमों में लोकप्रिय पायदान पर अव्वल है। एक क्विज शो ‘डू यू वांट टू बी ए मिलियोनर।‘ इस क्विज शो की प्रसिद्धि के चर्चों ने चारों ओर धूम मचा रखी है और सप्ताह में 3 शामों के लगभग 3 करोड़ दर्शकों (जो 4 महीनों में 3 गुना बढ़ गए हैं) को जिसका बेसब्री से इंतजार रहता है।

क्विज मास्टर की कुर्सी पर रीगिस फिलबिन

अमेरिका में ढेरों टीवी चैनल हैं, उस पर इनकी प्रतिस्पर्धा, दर्शक और उनके आते ही विज्ञापन की बारिश शुरू हो जाती है। ऐसे में एबीसी चैनल (वही सुपर बाउल वाली) के इस साधारण से प्रश्न-उत्तरों वाले कार्यक्रम के लिए इतनी चाहत, जिसने बड़े सोप ओपेरा और विशाल पैमाने पर विख्यात कलाकारों से सजे सीरियलों को पीछे छोड़ दिया है। यह प्रोग्राम वैसे तो इंग्लैंड में काफी समय से प्रसारित हो रहा है। वहां से निर्देशक माइकल डेविस ने इस कार्यक्रम को रोक दिया और इस क्विज शो के ‘क्विज मास्टर‘ की कुर्सी पर बैठाया रीगिस फिलबिन को।

इस क्विज शो की प्रसिद्धि के चर्चों ने चारों ओर धूम मचा रखी है

इस वक्त इस क्विज मास्टर के विभिन्न रूप दसों दिशाओं में प्रसारित हो रहे हैं। अमेरिका के हर कोने से आए सामान्य लोगों में से चुना हुआ एक व्यक्ति जवाब देने की कुर्सी पर बैठता है। सामान्य ज्ञान से जुड़े हर सवाल के 4 उत्तरों में से सही चुनाव पर 100 डॉलर से शुरू होकर पुरस्कार हर सही उत्तर पर नकद पुरस्कार दोगुना होता जाता है और पंद्रहवें सवाल के सही जवाब का पुरस्कार है एक मिलियन डॉलर (यानी करीब साढ़े 4 करोड़ रुपए)। खास बात यह कि यह राशि पुरस्कार जीतने वाले को वहीं बैठे-बैठे नकद मिलती है।

यह सुनकर शंका उठती है न! ऐसा थोड़े होता होगा, इसमें कोई चाल होगी? जिन्हें पुरस्कार देना है उन लोगों को पहले से चुन लिया जाता होगा। सही जवाब मालूम होते होंगे… वगैरह-वगैरह। पर ऐसा कुछ नहीं है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोई भी वयस्क अमेरिकावासी 1-800-433-8321 पर फोन करके अपनी इच्छा जाहिर कर सकता है। करोड़पति बनने के लिए क्या आप अपना भाग्य आजमाना चाहेंगे।

क्विज की लोकप्रियता के पीछे सिम्पलीसिटी

एक साधारण से क्विज कार्यक्रम की इतनी लोकप्रियता! कार्यक्रम के सूत्रधार रीगिस फिलबिन इस बारे में कहते हैं- ‘इस शो की प्रसिद्धि के पीछे इसकी सिम्पलीसिटी (साधारणता) का बहुत बड़ा हाथ है। करोड़पति बनने के हर इंसान के सपने को सच किया जा सकता है।’ कार्यक्रम शुरू होने के बाद से अब तक 2 व्यक्ति जॉन कारपेंटर और डॉन ब्लांस्की सभी 15 सवालों के सही जवाब देकर देखते-देखते मिनटों में ‘करोड़पति’ बन चुके हैं।

वैसे कार्यक्रम में और भी कुछ मजे की बातें हैं। प्रतियोगी किसी भी सवाल के उत्तर को यदि नहीं जानते हों तो वे अपने पिछले सवाल के पुरस्कार के साथ खुशी-खुशी मैदान छोड़ सकते हैं, यहीं 5,00,000 डॉलर के सवाल को ‘पास’ कहकर प्रतियोगी 2,50,000 डॉलर लेकर उठा सकते हैं। बस, यहीं पर आता है पुरस्कार दोगुना करने का लालच या हाथ आए माल को लेकर उठने की इच्छा।

वैसे कार्यक्रम में 2 सुरक्षा पायदान भी हैं। 5 सवाल सही होने पर 1000 डॉलर और फिर 10 सवाल सही होने पर अगली पायदान में 32,00 डॉलर यानी इसके ऊपर जवाब गलत देकर उठने पर भी ये पुरस्कार तो मिलना ही है। 15 में से कोई भी 3 सवालों के जवाब में मदद के लिए प्रतियोगी या तो दर्शकों की मदद ले सकता है, अपने किसी दोस्त को फोन करके उसकी सलाह पूछ सकता है। 4 में से 2 गलत जवाब निकलने पर सूत्रधार से भी गुजारिश कर सकता है। हर प्रतियोगी का एक दोस्त या परिचित भी दर्शकों के बीच होता है ताकि अपने प्रिय की खुशी में शामिल हो सके।

इस कार्यक्रम से तो जैसे एबीसी के हाथों सोना लग गया है। अभी तक एबीसी ने कार्यक्रम शुरू होने के बाद से कुल पुरस्कार राशि के रूप में करीब 8.5 मिलियन डॉलर बांटा है जबकि न्यूयॉर्क में हर कड़ी को स्टूडियो में फिल्माने की लागत करीब 0.5 मिलियन डॉलर आती है। हर कड़ी से आने वाली विज्ञापन की कमाई है करीब 6 मिलियन डॉलर।

ऐसे चर्चित कार्यक्रम के कुछ छुपे पहलू भी हैं। सवालों की टीम बहुत ही गुप्त तौर पर काम करती है। वैसे तो कहा नहीं जा सकता कि वे क्या करते होंगे। हर जवाब के 4 अलग-अलग स्रोतों की जाँच-पड़ताल की जाती है। सूत्रधार को भी शूटिंग के दौरान कड़ी सुरक्षा में रहना होता है।

यही नहीं, इस कार्यक्रम की लोकप्रियता ने तो जैसे क्विज कार्यक्रमों के दिन फिरा दिए, लेकिन ‘मिलियोनर‘ का अभी कोई सानी नहीं है। आखिर हर इंसान की थोड़ी-बहुत आकांक्षा होती है कि वह करोड़पति बने और अपनी बुद्धि से बगैर किसी जोखिम और बेईमानी के करोड़पति बनने की इच्छा पूरी होती देखते हैं आप। कार्यक्रम के नाम में ही उसका राज छुपा है, क्योंकि हर कोई बनना चाहता है करोड़पति!

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