लागा चुनरी में दाग

15 फ़रवरी 1999

मोनिका लेविंस्की

लेकिन ये सब मामले ‘मोनिका गेट‘ के सामने फीके पड़ गए, जिसने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया। अमेरिकी प्रशासन और राष्ट्र के गौरव व्हाइट हाउस की शान मिट्टी में मिल गई और बिल क्लिंटन इतिहास में दूसरे ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति हुए, जिन पर महाभियोग प्रस्ताव लाया गया। मोनिका एक चुलबुली सहायक के रूप में व्हाइट हाउस में दाखिल हुई, धीरे-धीरे वो और बिल एक-दूसरे के काफी करीब आ गए और महीनों तक इन संबंधों में ‘शारीरिक‘ तत्व भी शामिल रहे। पर ये दोनों की पूर्ण इच्छा और सहमति से हुआ। मोनिका को आज भी इसका कोई दुःख या अफसोस नहीं है, पर मामलों में ललिता पवार या शशिकला का किरदार निभाया ‘लिंडा ट्रिप‘ ने, जिसने मोनिका को ‘इमोशनल सिम्पेथी‘ देने के बहाने उससे सारे तथ्य उगलवाकर टेप कर लिए और फिर क्लिंटन के पीछे हाथ धोकर पड़ गए कैनेथ स्टार।

स्वतंत्र वकील कैनेथ स्टार, जिन्होंने मामले को पुरजोर उछाला, ने राष्ट्रपति क्लिंटन की 4 घंटे लंबी चली सुनवाई में हर तरह के सवाल पूछकर धज्जियां उड़ा दीं और उनके ‘ब्रह्मास्त्र‘ के रूप में काम आई मोनिका की एक पोशाक जिस पर क्लिंटन के वीर्य के निशान पाए गए जो कि डीएनए परीक्षण में साबित हो गए। इसके पहले तक क्लिंटन हमेशा कहते रहे कि उनका मोनिका से कोई ‘शारीरिक संबंधों‘ का नाता नहीं है, परन्तु इसके बाद बारंबार अपने परिवार, प्रशासन और देश से माफी मांगने के सिवा क्लिंटन के पास कोई चारा नहीं था। क्लिंटन की पत्नी और पुत्री पर इन सबका कितना दुष्कर प्रभाव पड़ा है, इसका तो आकलन करना भी मुश्किल है और एक अत्यंत प्रखर प्रतिभाशाली नेता के अविस्मरणीय कार्यकाल में एक और ‘अविस्मरणीय‘ अंश सदा के लिए जुड़ गया है। जब-जब क्लिंटन को इतिहास याद करेगा, मोनिका का साया उसके साथ हमेशा रहेगा।

मोनिका-क्लिंटन प्रेम प्रसंग : कुछ खास पहलू

व्हाइट हाउस में अवैतनिक प्रशिक्षु मोनिका लेविंस्की तथा अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का प्रेम संबंध करीब दो वर्षों से अधिक चला। अभी तक इस मामले में जो तथ्य सामने आए हैं, उनसे स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि मोनिका लेविंस्की तथा राष्ट्रपति बिल क्लिंटन दोनों की बराबरी से एक-दूसरे में रुचि थी।

मीडिया ने भले ही ओवल ऑफिस को सिर पर उठा लिया हो, लेकिन आज तक दोनों ने कभी एक-दूसरे के खिलाफ सीधे-सीधे आरोप नहीं लगाए। स्वतंत्र वकील कैनेथ स्टार, राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के पीछे उस समय से पड़े थे जब क्लिंटन अरकंसास के गवर्नर हुआ करते थे। स्टार की लिंडा ट्रिप से मुलाकात और उनके जरिये मोनिका के टेप हाथ लगने के बाद स्टार को क्लिंटन पर महाभियोग लगाकर ओवल ऑफिस से उनका शर्मनाक निष्कासन करने का जुनून सवार हुआ। आखिरी में वे इसे अंजाम देने में असफल रहे। रिपब्लिकन पार्टी द्वारा क्लिंटन पर महाभियोग लगाए जाने का समर्थन करने का आधार मोनिका लेविंस्की के साथ क्लिंटन के आपत्ति जनक संबंध नहीं, बल्कि विश्व के सबसे शक्तिशाली और संपन्न देश के राष्ट्रपति द्वारा शपथ लेकर कोर्ट के समक्ष झूठ बोला जाना था। इस सारे मामले की आखिरी परिणति में ओवल ऑफिस की गरिमा को धक्का लगा और इतिहास में यह ऑफिस एक समय राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और मोनिका लेविंस्की की रंगरेलियों के मंच के रूप में भी जाना जाएगा। हिलेरी क्लिंटन को इस सारे मामले की औपचारिक जानकारी राष्ट्रपति क्लिंटन के ग्रांड जूरी के समक्ष गवाही के मात्र छह घंटे पूर्व ही दी गई। सारे मामले का सबसे अहम पहलू तो यह है कि यदि लिंडा ट्रिप इस मामले को उजागर न करती तो शायद ओवल ऑफिस में यह सारा काम आगे आने वाले समय में भी जारी रहता। दोनों ने एक दूसरे से सॉरी बोलकर ही मामला रफा-दफा कर लिया है।

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