रूडी गुलियानी : एक मेयर, जो अपने कर्म से महान बन गया
श्री गुलियानी हमेशा से बड़बोले रहे हैं। शहर में आर्थिक संपन्न ज्युइश समुदाय और इसराइल के प्रति श्री गुलियानी सदैव से ही पक्षधर रहे। इसके रहते 1995 में संयुक्त राष्ट्र (यूएनओ) के एक समारोह में से उन्होंने यासेर अराफात को जलील करके बाहर तक निकाल दिया था, सिर्फ ज्युइश समुदाय को खुश करने के लिए। उनका यह पक्ष भी जगजाहिर है।
श्री गुलियानी का न्यूयॉर्क से सीनेट चुनाव
सन् 1999 में रिपब्लिकन श्री गुलियानी ने न्यूयॉर्क से सीनेट का चुनाव लड़ने का फैसला किया और सामने थीं डेमोक्रेटिक उम्मीदवार श्रीमती हिलेरी क्लिंटन। दोनों ने प्रचार शुरू कर दिया था और एक भारी मुकाबला सामने था। इसी बीच श्री गुलियानी को पता चला कि उन्हें प्रोस्ट्रेट कैंसर है तो उन्होंने चुनाव से नाम वापस ले लिया। उसी के कुछ दिन बाद उनकी पत्नी ने सार्वजनिक तौर पर श्री गुलियानी से अपने मतभेद की चर्चा की और श्री गुलियानी ने दूसरी महिला जुडिथ नाथन को अपना अभिन्न मित्र व दिल के करीब-करीब बताया। इस सबके रहते श्री गुलियानी का कार्यकाल चलते हुए भी इतिहास में दर्ज-सा हो गया था और 11 सितंबर को तो अगले मेयर के प्रारंभिक चुनाव भी थे, लेकिन उस दिन दुनिया का इतिहास ही बदल गया।
यह पूछे जाने पर कि 11 सितंबर के बाद न्यूयॉर्कवासियों को उनकी दिलासा में कितना ब्लफ था, श्री गुलियानी ने अब स्वीकार किया- मैंने जब कहा था कि न्यूयॉर्क की शक्ति बरकरार रहेगी, मुझे भी नहीं मालूम था कि कल क्या होगा और शायद हम आज तक नहीं भी पहुंचते। लेकिन आपदा के समय आशावादी होना और सब में आशा बनाए रखना बहुत ही जरूरी है। इस अग्निपरीक्षा में तो श्री गुलियानी पूरे खरे उतरे। न्यूयॉर्क ने उनका ऐसा मानवीय और सहृदय पक्ष देखा, जिसकी किसी को कल्पना भी नहीं थी। वे फायर फाइटर्स और पुलिसकर्मियों के 200 से अधिक अंतिम संस्कारों में शरीक हो चुके हैं। ग्राउंड-जीरो तो वे अनगिनत बार जाते हैं। शहर में एन्थ्रेक्स के प्रकोप के दौरान भी उन्होंने संयम का माहौल बनाए रखा।
टाइम्स स्क्वेयर पर न्यूयॉर्क में नववर्ष मनाने आए 5 लाख लोगों को देखकर लगा कि श्री गुलियानी के जीवट और नेतृत्व का न्यूयॉर्क में बहुत योगदान है। शहर फिर लाइव और किकिंग है तथा श्री गुलियानी के समर्थन से रिपब्लिकन श्री ब्लूम्बर्ग न्यूयॉर्क के मेयर का चुनाव भी जीत गए हैं। अब क्या करेंगे श्री गुलियानी। उन्होंने एक परामर्श को शुरू करने का फैसला किया है। उनके सामने आत्मकथा लिखने का भी प्रस्ताव है और अभी भी 57 वर्षीय श्री गुलियानी के सामने वॉशिंगटन में अपना राजनीतिक जीवन बढ़ाने के सारे अवसर हैं। न्यूयॉर्क यांकीज टीम के सबसे बड़े समर्थक रूडी गुलियानी ने कहा- ‘मुझे न्यूयॉर्क के मेयर का काम करने में बहुत आनंद आया।‘