भारतीय अभिनेत्री के साथ अमेरिका में बदसलूकी

20 जुलाई 2002

भारतीय अभिनेत्री के साथ अमेरिका में बदसलूकीव्रजन अधिकारियों द्वारा अमेरिका में भारतीय नागरिकों को काफी परेशान किया जा रहा है। मलयालम फिल्मों की अभिनेत्री संयुक्ता वर्मा और उनके परिवार के सदस्यों के साथ इन अधिकारियों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार का मामला शुक्रवार को राज्यसभा में भी उठा। यह भी आरोप लगाया गया कि अमेरिका में भारतीयों के साथ आतंकवादियों की तरह व्यवहार किया जा रहा है।

यह पहला मौका नहीं है …

इससे पहले माकपा नेता सोमनाथ चटर्जी और तमिल व हिन्दी फिल्मों के अदाकार कमल हासन के साथ भी इस तरह का व्यवहार किया जा चुका है। ऐसा भी नहीं है कि संयुक्ता का नाम जाना-पहचाना नहीं है। उनके मलयाली प्रशंसक उन्हें जूलिया रॉबर्ट्‌स के समकक्ष मानते हैं। अमेरिका के लॉ गार्जिया विमानतल पर मंगलवार की रात को जब इनका विमान उतरा तो संयुक्ता के पूरे परिवार, उनके दो सहयोगी और एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया गया और संयुक्त आतंकवादी कार्यबल ने उनसे घंटों पूछताछ की।

संयुक्ता न्यूयॉर्क में :

संयुक्ता की पिछली फिल्म ‘थेनकासिपत्तनम‘ है, जो अब तक की सबसे बड़ी मलयालम हिट मानी जाती है। उनके पिताजी ने न्यूजर्सी के होटल में दिए साक्षात्कार में बताया कि उनकी पुत्री यहां एक भारतीय गायक और एक हास्य कलाकार के साथ कोई शो करने आई थी। संयुक्ता का कहना है कि हमने उड़ान का काफी आनंद लिया और हम खिड़की के पास बैठने के लिए आपस में बहस कर रहे थे, क्योंकि न्यूयॉर्क बड़ा सुंदर शहर है और हम यहां पहली बार आ रहे थे।

दो सहयोगी और एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया गया और संयुक्त आतंकवादी कार्यबल ने उनसे घंटों पूछताछ की

अमेरिका में कड़ी पूछताछ :

जब विमान उतरा तो एक महिला ने हमारी ओर इशारा किया और पुलिस आकर हमें ले गई। जबकि अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि जब भी किसी यात्री का व्यवहार आपत्तिजनक लगता है तो उस पर ध्यान दिया जाता है। संयुक्ता के साथ केरल के पॉप गायक बीजू नारायणन (29), हास्य कलाकार जयराज कट्‌टनेल्लूय (39) और कुछ अन्य लोग थे। इन लोगों से पूछताछ के दौरान यह प्रश्न किए गए- वे अमेरिका में क्या कर रहे हैं? क्या आप पाकिस्तान या अफगानिस्तान से आए हैं? आप लोग किस धर्म के हैं?

बाद में पुलिस को लगा कि ये लोग किसी को नुकसान नहीं पहुंचा सकते और रात 11 बजे से पकड़े गए इन लोगों को सुबह 4 बजे छोड़ा गया। इन्हें विमानतल पर लेने गए मलयाली साप्ताहिक ‘मलयालमपत्रम’ के प्रकाशक जेकब राय का कहना है कि अमेरिका में मलयाली इस बात को लेकर काफी नाराज हैं। भारतीय मनोरंजन उद्‌योग के बारे में अमेरिका में लिखने वाले स्वतंत्र पत्रकार असीम छाबड़ा का कहना है कि उन्हें हम सब आतंकवादी लगते हैं। इधर राज्यसभा में माकपा के एस. रामचंद्रन पिल्लै ने शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका से पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने की मांग करता रहा है, लेकिन अमेरिका ऐसा करने की बजाय भारतीयों के साथ आतंकवादियों की तरह व्यवहार कर रहा है।

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