अमेरिका अंधेरे में डूबा, लोगों ने शांति की मिसाल कायम की
न्यूयॉर्क सहित अमेरिका के अधिकांश शहरों की बिजली गुम हो जाने से ये शहर अंधेरे में डूब गए हैं। यहां बिजली गुरुवार 4.30 बजे गई थी और अभी 12 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन बिजली व्यवस्था पुनः चालू होने के कोई ठोस संकेत नहीं मिले हैं। लोग इस कठिन समय में भी बिना किसी भगदड़ के एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। चारों ओर शांति से एक-दूसरे की मदद करते हुए लोग इस विपत्ति से जूझ रहे हैं।
बिजली गायब होने से नुकसान :
अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश ने इस घटना में किसी आतंकवादी हाथ होने से साफ इंकार किया। इससे पहले अमेरिका में इतने बड़े पैमाने पर बिजली की आपूर्ति वर्ष 1956 और सन् 1977 में ही बंद हुई थी। बिजली गायब होने से करीब 600 रेलगाड़ियां बीच में ही खड़ी रह गई हैं तथा अनुमान लगाया जा सकता है कि बड़ी संख्या में लोग भूमिगत रेलगाड़ियों में भी फंसे हुए होंगे। मैं पिछले 12 घंटे से 14 मंजिल पर अपने निवास की खिड़की से आकाश, धरती और चारों ओर घुप अंधेरा देख रहा हूं।
यदि समय रहते बिजली बहाल नहीं हुई तो समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है, क्योंकि यहां गर्मी का मौसम है और लोगों के पास बिजली व्यवस्था बहाल करने के वैकल्पिक साधन जैसे इनवर्टर, जनरेटर आदि नहीं होते हैं, जैसा कि हम भारत में देखते हैं। घरों में पानी, दूध तथा अन्य सभी जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति भी बिजली व्यवस्था पर ही निर्भर है। बिजली गुम होने के समय शहर में अंधेरा नहीं था, इसलिए लोग अपने-अपने ऑफिसों से बिना लिफ्ट की मदद के स्वयं चलकर उतर आए थे। लेकिन लोगों को अपने घरों तक जाने के लिए कई किलोमीटर का रास्ता पैदल ही तय करना पड़ रहा है।
न्यूयॉर्क के मैनहट्टन क्षेत्र में तो लाखों लोगों की भीड़ नजर आ रही है। यहां लोग पैदल ही अपने-अपने घरों की ओर रवाना हो रहे हैं। यहां इंसानी जीवन की लगभग हर गतिविधि में बिजली की भूमिका होने से सारे कार्य ठप पड़ गए हैं। घरों तथा ज्यादातर ऑफिसों में बैक अप सिस्टम नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। लिफ्ट में फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। बैंकों में कार्य बंद है, क्रेडिट कार्ड मशीनें भी ठप पड़ी हैं। आज शुक्रवार की सुबह लोगों का ऑफिस जाना असंभव ही दिखाई दे रहा है। पिछले 12 घंटों से बिजली गुम होने के बाद भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। बताया जा रहा है कि कनाडा के कुछ भाग भी अंधेरे में डूबे हुए हैं।