बच्चों पर आधारित दो लुभावनी फिल्में

12 अगस्त 1991

बच्चों पर आधारित दो लुभावनी फिल्में  विछोह-मिलन, भ्रष्टाचार, अत्याचार, युवा प्यार, इन सभी विषयों में भारतीय फिल्में इतनी अधिक घिर चुकी हैं कि कोई लीक से हटकर थीम पर शायद ही सोचता हो। कुछ फिल्में बनती हैं ‘अर्थपूर्ण’ सिनेमा के दायरे में; परंतु इनकी दर्शक सीमाएं भी संकुचित रहती हैं। जहां बच्चों पर आधारित सिनेमा का उल्लेख आया, तो शायद सिफर ही हाथ आएगा।

होम अलोन

विगत दिनों एक हल्की-फुल्की कहानी को लेकर बेहद मनोरंजक और लोकप्रिय फिल्म बनी है- होम अलोन! फिल्म की कहानी संक्षिप्त में है कि एक भरे-पूरे परिवार में आठ वर्षीय बालक केविन से सभी हमेशा खफा रहते हैं, जिसका बालक पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वह समूचे परिवार से नफरत करने लगता है। पूरा परिवार क्रिसमस की छुटि्‌टयां बिताने शहर से बाहर चला जाता है और जल्दी-जल्दी में केविन अकेला ही रह जाता है।

कैसे अकेला अबोध केविन दो दुर्दांत लुटेरों से डटकर मुकाबला करता है और उन्हें नाकों चने चबवा देता है

अपनी इस अपूर्व स्वच्छंदता पर केविन पहले तो बहुत खुश होता है, फिर बोरियत होने लगती है। दूसरी ओर इस बच्चे को घर पर अकेला पाकर दो चोर क्रिसमस की रात को घर लूटने का इरादा बनाते हैं। यही है फिल्म का सबसे रोमांचक भाग। कैसे अकेला अबोध केविन दो दुर्दांत लुटेरों से डटकर मुकाबला करता है और उन्हें नाकों चने चबवा देता है। बालक केविन के स्वाभाविक और भावपूर्ण अभिनय ने इस फिल्म को दर्शनीय बना दिया है।

फिल्म : होम अलोन

निर्माता : जॉन ह्यूनेस

निर्देशक : क्रिस कोलंबस

संगीत : जॉन विलियम्स

कलाकार : मकॉले कल्किन, जो पेसी, डेनियल स्टर्न, जॉन हर्ड

हनी, आई श्रंक द किड्‌स

साफ-सुथरी और स्वस्थ मनोरंजक फिल्में बनाने के लिए वॉल्ट डिज्नी प्रोडक्शन सदा से ही मशहूर है। इसी स्तर को निभाते हुए वॉल्ट डिज्नी की नई फिल्म है- हनी, आई श्रंक द किड्‌स (प्रिये, मैंने बच्चों को बौना कर दिया)। जैसा कि फिल्म का शीर्षक दर्शाता है, फिल्म में निर्देशक ने कल्पनाशीलता और ‘क्रिएटिविटी‘ का भरपूर प्रयोग किया है।

फिल्म में निर्देशक ने कल्पनाशीलता और ‘क्रिएटिविटी’ का भरपूर प्रयोग किया है

एक वैज्ञानिक ऐसी मशीन के अविष्कार में लगा रहता है, जो हर वस्तु को उसके वास्तविक आकार से बहुत छोटा कर देगी और फिर पहले के आकार में ले आएगी। पूरा वैज्ञानिक समुदाय इस विचार की बहुत खिल्ली उड़ाता है। हताश होकर वह वैज्ञानिक अपनी ही बनाई मशीन को ध्वस्त कर देता है। अकस्मात बेसबॉल की गेंद लग जाने से मशीन चालू हो जाती है और उसकी किरणों के प्रभाव से वैज्ञानिक के झगड़ालू पड़ोसी के बच्चे लगभग अदृश्य हो जाते हैं। इसके बाद फिल्म पूरी रोमांचक है। जब ये बौने बच्चे घर के बगीचे में भटक जाते हैं, कई जीव-जंतुओं, तूफान, बाढ़ और झंझावत से सामना करते हैं और यह प्रयास करते हैं कि किसी तरह माता-पिता तक पहुंच जाएं। मनोरंजक फोटोग्राफी और अभिनय का लुत्फ लेने के लिए यह फिल्म जरूर देखिए। बड़ा मजा आएगा।

फिल्म : हनी, आई श्रंक द किड्‌स

निर्माता : फिनकल्मैन कोब्स

निर्देशक : जो जॉन्सट्‌न

फोटोग्राफी : हीरो नाईता

कलाकार : थॉमस ब्राउन, वॉट फ्रीवर, क्रिस्टीन सूथरलैंड

निर्माण संस्थान : वॉल्ट डिज्नी प्रोडक्शन्स

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