अराउंड द वर्ल्ड इन एट डॉलर्स
ये नाम बीते दिनों की एक प्रसिद्ध अंगरेजी फिल्म का था जिसमें चंद डॉलर्स में सारी दुनिया की सैर की कहानी है। पर मानो ये सब सच हो जाए तो? ऐसा ही है कुछ अभी डेविड फिलिप्स के साथ जो कि कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में सिविल इंजीनियर हैं।
फिलिप्स की नजर पड़ी एक विज्ञापन पर जिसमें लिखा था- खाद्य पदार्थ बनाने वाली हैल्थी चॉइस कंपनी के 10 सामान जून 1999 से पहले खरीदिए और पाइए 1000 ‘फ्रिक्वंट फ्लाइट माइल‘ मुफ्त! ‘फ्रिक्वंट फ्लाइट माइल‘ दुनिया में अधिकांशतः सभी वायुसेवाएं प्रदान करती हैं -यात्रियों को आकर्षित करने के लिए- जो कि वायुयान में यात्रा की निर्धारित दूरी तय करने पर मुफ्त में प्रदान किए जाते हैं। और निश्चित माइल इकट्ठे होने पर मुफ्त टिकट मिलते हैं। यही नहीं, कई बार ये ‘माइल‘ वायुसेवाओं के साथ संयुक्त विज्ञापन में होटल में रात गुजारने, किराए पर कार लेने या कुछ सामान खरीदने पर भी मिलते हैं।
ऐसी ही स्कीम पर नजर पड़ी थी फिलिप्स की, और उसे मिल गई हैल्थी चॉइस कंपनी की एक चॉकलेट पुडिंग, सिर्फ 25 सेंट (लगभग 10 रुपए) में। उसने जोड़ा, सिर्फ 62.50 डॉलर से उसे 25,000 ‘माइल‘ मिल जाएंगे। फिलिप्स तो जैसे दीवाना ही हो गया। पूरे इलाके में उसे जहां भी ये पुडिंग कप मिले, उसने खरीद डाले। उसने 3000 डॉलर के 12150 पुडिंग कप खरीदे और उसे मिल गए 12,50,000 ‘माइल।’
भारत-अमेरिका की एक रिटर्न यात्रा में मिलते हैं 15,000 ‘माइल‘ और टिकट होता है अमूमन 1000 डॉलर। यानी 12,50,000 माइल इकट्ठे करने के लिए भारत-अमेरिका की लगभग 100 यात्राएं करनी होंगी, जिसमें लगेंगे टिकट खरीदने के लगभग एक लाख डॉलर। लेकिन फिलिप्स ने महज 3000 डॉलर खर्च करके बगैर प्लेन में पांव रखे ये ‘माइल‘ अर्जित कर लिए। और तो और, बाद में उसने ये पुडिंग कप दान में देकर 800 डॉलर की टैक्स छूट भी हासिल कर ली। फिलिप्स के पास अब इतनी फ्री ‘फ्रिक्वंट फ्लाइट माइल‘ हैं कि वो सारी दुनिया की बारंबार सैर कर सकता है। उसकी पुत्रियां केटी और एमा तथा पत्नी सिंडी उन जगहों की तलाश में हैं, जहां उन्हें घूमने जाना है। पर क्या करें, फिलिप्स को साल में मात्र 18 छुट्टियां ही मिलती हैं। और ऐसी चूक पुडिंग कम्पनी या वायुसेवा से हुई कैसे कि इतनी सस्ती वस्तु पर इतने अधिक माइल इनाम में मुफ्त? कारण जो भी हो, फिलिप्स डेविड को अब शायद जीवन में प्लेन और होटल में एक सेंट भी न खर्चना होगा।