न्यूयॉर्क में भारत का अतुल्य उत्सव
स्वतंत्रता के साठ वर्षों में भारत की विविधता में एकता और प्रगति का अद्भुत दृश्य-श्रृव्य और रसमय उत्सव का 23 सितम्बर को न्यूयॉर्क में शुभारंभ हुआ। इनक्रेडिबल इंडिया-60! (अतुल्य! भारत) उत्सव के परचम तले भारत के राजनीतिक, आर्थिक, कला और सांस्कृतिक जगत के दिग्गज न्यूयॉर्क में एकत्रित हुए हैं। सीआईआई और भारत सरकार के आठ मंत्रालयों के इस अतुल्य सामूहिक प्रयास ने वाकई भारत के हर पहलू को न्यूयॉर्क के आँगन में उतार दिया है।
देश के बाहर पहली बार मनाए जा रहे ‘प्रवासी भारतीय दिवस‘ में भारत का प्रतिनिधित्व करने विदेशमंत्री प्रणब मुखर्जी, वित्तमंत्री चिदम्बरम, वाणिज्य मंत्री कमलनाथ और एनआरआई मंत्री व्यालार रवि सभी आए हुए हैं। सीआईआई के अध्यक्ष सुनिल मित्तल, पूर्व अध्यक्ष नंदन निलेकनी और गोदरेज, किर्लोस्कर, कल्याणी, एचडीएफसी, बिरला औद्योगिक समूह के प्रमुख इस आयोजन में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
न्यूयॉर्क की सड़कों पर भारत : पिछले दिनों में मानों भारत वाकई मैनहटन की सड़कों और जनजीवन में छा गया। पार्क एवेन्यू और टाइम्स स्क्वेयर पर चारों ओर इनक्रेडिबल इंडिया-60! के पोस्टर लगे हुए हैं। न्यूयॉर्क में चल रही यात्री बसों पर भारत के विहंगम दृश्य यहाँ के लोगों में कौतूहल पैदा कर रहे हैं।
वृहद् आयोजन : बताया जा रहा है कि इस पूरे आयोजन पर करीब 40 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं, जिसकी मेजबानी भारत की मुख्य कंपनियाँ कर रही हैं। हिंदुस्तान के हर कोने से 150 से अधिक कलाकार न्यूयॉर्क आए हैं। आयोजन में ब्रायंट पार्क, बस स्टेशन, न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी, लिंकन सेंटर और साउथ स्ट्रीट सीपोर्ट जैसे न्यूयॉर्क के मुख्य पर्यटक आकर्षणों में भारतीय जीवन के अलग-अलग रंग छाए हुए हैं।
ब्रायंट पार्क में तो ताजमहल का एक विशाल नमूना खुले मंच के रूप बनाया गया है, जहाँ रविवार, 23 सितंबर से चार दिनों तक दिन भर भारतीय संगीत, कला, बॉलीवुड और फैशन का अनूठा आयोजन चल रहा है। न्यूयॉर्क की गगनचुंबी इमारतों के बीच ताजमहल और उसके सामने सरोज खान की टुकड़ी के फिल्मी लटके-झटके, भारत की लावणी, गिद्धा और गरबा की मोहक थाप, ऋतु कुमार और राघवेन्द्र राठौर के फैशन शो, शिव मानी और रेमो फर्नांडीस और कोलोनियन कजिंस की मस्ती और यह सब हो रहा है न्यूयॉर्क के ‘राजबाड़े‘ में जनसाधारण के बीच।
पोर्ट अथॉरिटी बस स्टेशन पर उड़ीसा के कलाकारों ने रेत से ताजमहल की विशाल कृति बनाई है। साउथ स्ट्रीट सीपोर्ट पर भारत के हर प्रांत के भोजन और विशेष मसालों का रसास्वादन हो रहा है। लिंकन सेंटर में भारत के प्रसिद्ध कथक, भरतनाट्यम और मणिपुरी सहित सभी नृत्य कलाओं का अनूठा आयोजन है। एक होटल में नेशनल जियोग्रॉफिक के प्रसिद्ध फोटोग्राफर स्टीव की भारत यात्राओं की फोटो प्रदर्शनी लगी है। स्टीव 80 से अधिक बार भारत जा चुके हैं। औद्योगिक, आर्थिक और राजनैतिक धरातल पर कई सेमीनार आयोजित किए गए हैं, जिनमें भारत की प्रगति और उसकी चुनौतियों पर चर्चा हो रही है। ऐसा लगता है मानो चार दिनों के लिए जैसे भारत माता अपने पूरे कुनबे के साथ न्यूयॉर्क में ही बस गई हो।
शुभारंभ : लिंकन सेंटर में रविवार को शाम होने से पहले ही परंपरागत शैली में संगीत और पुष्पों से मेहमानों का स्वागत किया गया। उस समय मौसम भी एकदम साफ और अत्यंत खुशनुमा था। खचाखच भरे हाल को संबोधित करते हुए अपने स्वागत भाषण में सीआईआई के अध्यक्ष और भारती समूह के चेयरमैन सुनिल मित्तल ने कहा कि इस आयोजन की कल्पना पिछले साल दावोस में भारत के सफल आयोजन के बाद की गई थी। भारत के उपभोक्ता, भारत की आशाएँ और भारत के विश्वास को अब सारी दुनिया देख और महसूस कर रही है।
विदेशमंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि एक समय था, जब समीक्षक भारत की विभिन्नता और जनसंख्या को भारत का अभिशाप बताते थे। यह अभिशाप ही आज भारत के लिए वरदान सिद्ध हुए हैं। अमेरिकावासियों की तरफ से बोलते हुए न्यूयॉर्क राज्य के सीनेटर चक शूमर ने कहा कि भारत की छटा तो हर साल निखर रही है। अमेरिका और भारत के संबंध आने वाले समय में और भी प्रगाढ़ होंगे।
उन्होंने अमेरिका में बसे भारतवासियों के योगदान और प्रगति के लिए पूरे देश को बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन कलाकार कबीर बेदी ने किया। फिल्म कलाकार अनिल कपूर, इंदिरा नुई और भारत के अनेक उद्योगपति और न्यूयॉर्क में भारत के गणमान्य नागरिक आयोजन में उपस्थित थे। उसके बाद न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी के साये में अमजद अली खान और उनके दोनों पुत्रों के सरोद वादन ने लोगों को मोहित कर दिया।
दूसरी ओर ब्रायंट पार्क में लावणी और भांगड़ा ने समा बाँध दिया। नैपथ्य में रोशनी में नहाया ताजमहल, भारतीय संगीत के विविध रंग और उसकी थाप पर चलते हुए ऋतु कुमार का फैशन शो और यह सब न्यूयॉर्क के बीचों-बीच। उस समय वाकई लग रहा था- चक दे इंडिया!!! सितंबर महीने में संयुक्त राष्ट्र की बैठक के लिए सारी दुनिया से राजनयिक न्यूयॉर्क आते हैं। और 2 अक्टूबर को सोनिया गाँधी भी न्यूयॉर्क आ रही हैं। यह आयोजन बुधवार तक चलेगा।