कर्म साधना ही असली दिवाली
दिवाली के दिन 26 अक्टूबर को एयर इंडिया की मुंबई-न्यूयॉर्क उड़ान एआई-191 ने मुंबई से मंगलवार रात 1.30 बजे उड़ान भरी। डायरेक्ट फ्लाइट के लिए अमेरिका की दूरी 15.30 घंटे में तय होनी थी। 300 से अधिक यात्रियों वाली उड़ान में सिर्फ 37 यात्री थे। जहाज के कप्तान परमार के अनुसार भी ये सबसे हल्की उड़ान थी। 37 यात्रियों में एक मैं था, एक मेरा अमेरिकन दोस्त बॉब और दो थे बिलेनियर रतन टाटा और अनिल अंबानी।
टाटा को तो मैंने प्लेन के टेकऑफ के समय देख लिया था, लेकिन प्लेन के स्टाफ ने अनिल अंबानी के बारे में भी बताया। अनिल अंबानी सीट-1 पर और उसके ठीक पीछे रतन टाटा सीट-2 पर बैठे थे। यात्रा के दौरान दोनों से मिलने और फोटो की इच्छा जाहिर की लेकिन फर्स्ट क्लास के यात्रियों से मिलने के लिए सब निर्णय जहाज का कप्तान ही लेता है।
न्यूयॉर्क में सुबह 7.30 बजे उतरते समय दोनों को बहुत करीब से देखा और व्यक्तिगत रूप से अनिल अंबानी और रतन टाटा को हैप्पी दिवाली कहा, जिसका उन्होंने बड़े मुस्कराते हुए उत्तर दिया। अनिल अंबानी हरी टी-शर्ट और ऊपर से ओवरकोट और टाटा बिजनेस शर्ट और ओवरकोट में थे।
दोनों के लिए अमेरिका में भी प्लेन के दरवाजे पर उनके भारतीय मूल के आफिसर रिसीव करने आए थे, इमीग्रेशन में दोनों दस खिड़कियों की दूरी पर खड़े थे और फिर रतन टाटा तो सामान के लिए बैगेज एरिया में भी पांच मिनट रुके।
टाटा को प्लेन में देखकर अच्छा लगा लेकिन अनिल अंबानी को देखकर बहुत आश्चर्य हुआ कि दिवाली के दिन अपने देश और घर से दूर ये लक्ष्मी पुत्र किस लक्ष्मी की सेवा में सात समुंदर पार आए थे? क्योंकि अनिल अंबानी तो वैसे भी काफी धार्मिक हैं। क्या प्लेन में इन दोनों ने एक-दूसरे से कोई बात की, वो फर्स्ट क्लास के पर्दे के पीछे छुपा है। दिवाली के दिन अमेरिका में अनिल अंबानी और रतन टाटा को हैप्पी दिवाली बोलकर और सुनकर मैं तो धन्य हो गया। और हां, मेरी मां सहित भारत की हर मां के लिए जिनका बेटा दिवाली के दिन उनके साथ नहीं हैं, एक संदेश कि कोकिला बेन अंबानी भी आप ही की तरह हैं!! कर्म-साधना ही असली लक्ष्मी-पूजा है, बता दिया रतन और अनिल ने!! हैप्पी दिवाली….।